पंजाब : पंजाब के फिरोजपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। करीब दो महीने पहले एक किशोरी को उसके पिता ने नहर में फेंक दिया था। लेकिन वह किशोरी जिंदा निकली है और 68 दिन बाद सभी के सामने आई है।
बता दे फिरोजपुर में एक पिता ने अपनी 17 साल की बेटी को नहर में फेंक दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी ने जिस बेटी को नहर में फेंका था वह जिंदा है। किशोरी 68 दिन के बाद मौत के मुंह से निकलकर सभी के सामने आई है। इतना ही नहीं वह जेल में बंद अपने पिता को छुड़वाने के लिए पुलिस के पास पहुंची है।
लगभग 68 दिन पहले आरोपी पिता ने किशोरी को उसकी मां के सामने ही हाथ बांधकर नहर में फेंक दिया था। पिता का आरोप था कि बेटी का चाल चलन ठीक नहीं है। पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया था। बता दें कि अब पीड़िता ने सीधा पुलिस से संपर्क करने की बजाए एक पत्रकार का सहारा लिया है।
उक्त लड़की ने एक निजी चैनल के पत्रकार को बताया कि कैसे उसने अपने पिता द्वारा नहर में धकेले जाने के बाद अपनी जान बचाई थी। इस लड़की ने कहा कि उसके परिवार द्वारा उस पर लगाए गए कथित आरोप सच नहीं हैं और वह हमेशा एक लड़के की तरह अपने परिवार के हर सुख-दुख में साथ रही है और हमेशा अपने परिवार के लिए उसने कड़ी मेहनत की है।
लड़की ने कथित तौर पर अपनी मां पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पिता को उसकी मां ने उकसाया था और उसके कहने पर लड़की के पिता ने लड़की को नहर में धकेल दिया था। उसने कहा कि उस समय उसके पिता नशे में थे। नहर में फेंकी गई लड़की ने बताया कि जब उसे नहर में धकेला गया तो उसके हाथ अचानक खुल गए और थोड़ी दूर पर नहर के किनारे पड़ी एक रस्सी उसके हाथ में आ गई, जिसे पकड़कर वह बड़ी मुश्किल से पानी से बाहर आई और किसी तरह उसने अपनी जान बचाई।
युवती ने यह बताने से इंकार कर दिया कि इन 2 महीनों के दौरान वह कहां, और किसके साथ रही थी । इस लड़की का कहना है कि भगवान की कृपा से उसकी जान बच गई है और अब वह अपने पिता को जेल से छुड़ाने के लिए आगे आई है।वर्णनीय है कि यह वास्तव में सौभाग्य की बात है कि कोई दो महीने बाद अचानक जीवित वापस आ गया हो। अब प्रशासन और पुलिस इस मामले को किस तरह से देखते है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन लड़की ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की भी गुहार लगाई है।
उल्लेखनीय है कि 30 सितंबर की रात पौने नौ बजे के करीब पिता सुरजीत ने किशोरी के हाथ बांध कर गांव खलील वाला से गुजरती नहर में धक्का दे दिया था और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी थी।












