INDIA LIVING NEWS

Latest news
सर्दियों में क्या आप भी Geyser ऑन रखकर ही नहाते हो तो आज ही हो जाएं सावधान ! भारत में बुलेट ट्रेन कब तक चलेगी , रेल मंत्री ने बताया कहां तक पहुंचा काम बॉयफ्रेंड का फोन चेक किया तो युवती को मिलीं अपनी और दूसरी लड़कियों की 13 हजार न्यूड तस्वीरें, उड़े हो... प्रेमिका द्वारा शादी से इनकार करने पर युवक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या Astro Tips : क्या आप भी खाना खाने के बाद थाली में ही हाथ धो देते हैं तो ....... Big News : उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया , PM मोदी ने फोन ... उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे श्रमिक कभी भी बाहर निकाले जा सकते हैं, अंतिम दौर में रेस्क्यू ऑपरेशन ਜਲੰਧਰ ਚ ਚੋਰਾਂ ਦੇ ਹੌਸਲੇ ਹੋਏ ਬੁਲੰਦ , ਹਰਿਦੁਆਰ ਗਏ ਪਰਿਵਾਰ ਦੇ ਪਿੱਛੋਂ ਘਰ ਚ ਹੋਯੀ ਚੋਰੀ श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश दिवस पर CM भगवंत मान ने पंजाबियों को दिया बड़ा तोहफा 6 महीने पहले कनाडा गई 20 वर्षीय पंजाबी छात्र की दिल का दौरा पड़ने से मौत
According to Chanakya Niti, such a person should never tell secret things.

चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे व्यक्ति को कभी नहीं बताना चाहिए गुप्त बातें

Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य के मुताबिक, चुगलखोर और दूसरों में दोष निकालने वाले लोगों से हमेशा बचकर रहना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने चुगलखोर और हमेशा दूसरों में दोष निकालने वाले व्यक्ति के बारे में ये सीख दी है।

ऐसे लोगों को न बताएं गुप्त बात

आचार्य चाणक्य ने कहा है कि चुगलखोर लोगों को कभी भी कोई गुप्त बात नहीं बतानी चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को बताई गई बात कभी भी गुप्त नहीं रह पाती है। जो व्यक्ति दूसरों में हमेशा गलती निकालता है या दूसरों की निंदा करता है, उसके लिए किसी बात को गुप्त रखा पाना बेहद मुश्किल होता है। दूसरों की बुराई करने वाले व्यक्ति को कभी भी अपना सहयोगी या मित्र नहीं बनाना चाहिए। ऐसे व्यक्ति कभी भी धोखा दे सकते हैं।

चाणक्य ने कहा है कि एक अच्छे इंसान को दूसरों की गुप्त बातें सुनने से भी परहेज करना चाहिए। अन्य लोगों की गुप्त बातें सुनना अच्छे संस्कार में शामिल नहीं होता है। इसके अलावा चाणक्य ने यह भी बताया है कि हर स्वामी को अपने सहायक या नौकर के प्रति उदार होना चाहिए। जो स्वामी अपने सेवक के प्रति कठोर होता है, समय आने पर वही नौकर मालिक का विरोधी बन जाता है और मालिक के सभी रहस्य व गुप्त बातें उजागर कर देता है। अनेक बार इन्हीं व्यक्तियों के कारण मालिक का जीवन संकट में घिर जाता है।

Disclaimer : इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *