पंजाब : खबर है कि पंजाब में पराली जलाने पर 264 किसानों के लैंड रिकॉर्ड में रेड एंट्री की गई है। इसके बाद अब यह किसान भविष्य में किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे। किसान सब्सिडी से भी वंचित रहेंगे। रेड एंट्री वाले किसान अपनी जमीन को न तो गिरवी रख सकेंगे और न ही इस पर लोन ले सकेंगे। यही नहीं जमीन को आगे बेच भी नहीं सकेंगे। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) के चेयरमैन आदर्श पाल विग ने माना कि पांच नवंबर तक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 264 किसानों के लैंड रिकार्ड में रेड एंट्री दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के लगातार जागरूक किए जाने के बावजूद किसान लगातार पराली जला रहे हैं।
यह काफी चिंताजनक है। उन्होंने कहा हालांकि, बीते दो सालों की तुलना में इस साल पराली जलाने के मामले घटे हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में किसानों में पराली जलाने का चलन और कम होगा। पंजाब में एक तरफ जहां पराली जलाए जाने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं सरकार भी आरोपी किसानों के खिलाफ कार्रवाई करने से पीछे नहीं हट रही है। पीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक पराली जलाने वाले 1694 किसानों के अब तक चालान काट कर उन पर 45.53 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। चेयरमैन आदर्श पाल विग के मुताबिक कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी किसान को बख्शा नहीं जाएगा।