रूपनगर : रूपनगर पुलिस ने जाली रेमेडिसिवर दवा भाखड़ा नहर में फेंकने वाले गिरोह को काबू कर लिया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना उतर प्रदेश के मुज्जफरनगर के गांव खुड्डा के मुहम्मद शाहवर समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। जिला पुलिस द्वारा गठित की गई एसआइटी ने आरोपितों से दो करोड़ रुपये की नकदी, चार कारें और दो लैपटाप बरामद किए हैं। जांच में सामने आया है कि गिरोह ने दस हजार के करीब वायल तैयार की थी और उनका लक्ष्य कोरोना महामारी की दूसरी लहर में मोटी कमाई करने का था।
आरोपितों में मुहम्मद शाहवर के साथी उत्तर प्रदेश के बागपत के अरशद खान, सहारनपुर (उतर प्रदेश) के मुहम्मद अरशद, कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के प्रदीप सरोहा और बहलोलपुर (मोहाली) के शाह नजर और शाह आलम शामिल हैं।पांच हफ्ते की गहन पड़ताल के बाद पुलिस ने मामले से पर्दा उठाया है। रूपनगर में भाखड़ा नहर में तीन हजार के आसपास रेमडिसिवर दवा के लेबल वाली वायल, सेफोपेराजोन के लेवल वाली वायल बहा दी गईं थी। गांववासियों की सूचना पर पुलिस व स्वास्थ्य विभाग रूपनगर की टीम ने पानी में से इन वायल को बरामद किया था। तब रेमेडिसिवर की वायल पर लगे लेवल में पाई गई त्रुटियों के आधार पर इसे जाली बताया जा रहा था।
रूपनगर के एसएसपी डा.अखिल चौधरी ने बताया कि बरामद दवाइयों के सैंपल फारेंसिंक जांच के लिए सीडीएससीओ कोलकाता को भेजे गए हैं। इससे ये पता लगाया जा सकेगा कि इन जाली दवाइयों में कौन से रसायन का इस्तेमाल किया गया था।
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