Oxygen concentrator bank gave life to 105 people, 5 people are taking the services of the bank every day

आक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक ने 105 व्यक्तियों को दी ज़िन्दगी , रोज़ 5 व्यक्ति ले रहे हैं बैंक की सेवाएं


जालंधर : 13 मई को रैड्रड क्रास भवन में अपनी स्थापना के बाद आक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक रोज़ाना 5 व्यक्तियों को अपनी, सेवाएं प्रदान कर रहा हैं और अब तक 105 कोविड मरीज़ों को आक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। इन 105 व्यक्तियों में वह लोग शामिल हैं, जो या तो घर में एकांतवास हैं या फिर कोविड -19 से ठीक हो चुके हैं ,परन्तु उनको थोड़े समय के लिए आक्सीजन सहायता की ज़रूरत है।इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने बताया कि प्रशासन को कपूरथला, होश्यारपुर, फगवाड़ा और मोगा से भी आवेदन प्राप्त हुए हैं और पिछले महीने कोविड की लहर कारण आक्सीजन की कमी के बीच आवेदकों को डाक्टरी उपकरण तुरंत उपलब्ध करवाए गए।

उन्होनें कहा कि रैड्ड क्रास सोसायटी की तरफ से पूरी लगन के साथ अपनी डियूटी निभाई जा रही है। जबसे बैंक स्थापित किया गया है, हर आवेदन को प्रभावशाली ढंग के साथ निपटाया गया है और किसी भी आवदेक को निराश नहीं किया गया। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बैंक को 20 मशीनों के साथ शुरू किया गया था और इसमें अभी 85 कंसंट्रेटर हैं और कोई भी कोविड मरीज़ या जिनको ज़रूरत है, वह इसको घर में प्रयोग के लिए डाक्टर की स्लिप (प्रिसक्रिपशन) और उनकी निगरानी में उपकरण के कामकाज की गारंटी पर ले जा सकते हैं।

थोरी ने कहा कि आक्सीजन कंसंट्रेटर लेने वाले को प्रशासन को रोज़ाना कम से -कम 200 रुपए किराया देना होगा और रैड्ड क्रास सोसायटी के पास 5,000 रुपए वापिस योग्य सक्योरिटी जमा करवानी पड़ेगी। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कंसंट्रेटर अस्पताल की स्लिप (प्रिसक्रिपशन) के बाद ही दिया जायेगा और सम्बन्धित अस्पताल को अपनी निगरानी अधीन मशीन का संचालन यकीनी बनाना पड़ेगा। इसके इलावा लाभपातरियों को मरीज़ों को सुचारू और निर्विघ्न आक्सीजन की स्पलाई के लिए पावर बैकअप का प्रबंध करना पड़ेगा।

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