जालंधर : डॉक्टरों पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में जालंधर में बाबा रामदेव का पुतला फूंका गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के प्रधान डॉ. नवजोत दहिया के साथ मिलकर वकीलों ने यह प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कोराेना महामारी के इस कठिन समय में बाबा रामदेव की बयानबाजी डॉक्टरों व समूचे हेल्थ सिस्टम का मनोबल गिराने वाली है। सरकार को तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज करनी चाहिए। बाबा रामदेव अब बाबा नहीं बल्कि लाला बन चुके हैं, जो अपना कारोबार बढ़ाने के लिए बेतुकी बातें कर रहे हैं।
एडवोकेट फॉर लेबरर्स व फारमर्स संगठन के वकीलों ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। कई डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। कई महीनों तक वो अपने परिवार से मिल तक नहीं सके। ऐसे में बाबा रामदेव की उन पर टिप्पणी बर्दाश्त करने के योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने सोची-समझी साजिश के तहत एलोपैथी के खिलाफ बयानबाजी की है।
IMA के प्रधान डॉ. नवजोत दहिया ने कहा कि उन्होंने सबसे पहले बाबा रामदेव के खिलाफ पुलिस को शिकायत थी। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव की टिप्पणी एजुकेशन सिस्टम को चुनौती है।उन्होंने कहा कि डॉक्टर लंबी पढ़ाई के बाद डिग्री प्राप्त करता है लेकिन बाबा रामदेव बिना किसी डिग्री के ही खुद को डॉक्टर बता रहे हैं।
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