चंडीगढ़ : पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक ध्रुवीकरण शुरू हो गया है। राज्य में दो दलों का विलय कर नई सियासी पार्टी का गठन किया गया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) डेमोक्रेटिक और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) टकसाली का विलय हो गया है। दोनों पार्टियों का विलय होने के बाद अब शिरोमणि अकाली दल (शिअद) संयुक्त के रूप में नई पार्टी सामने आई है।
सुखदेव सिंह ढींडसा शिरामणि अकाली दल (शिअद) संयुक्त के प्रधान बनाए गए हैं। इसके साथ ही पंथक नेता व पूर्व मंत्री रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा इस पार्टी के सरपरस्त होंगे। सोमवार को दोनों पार्टियों की बैठक में यह फैसला लिया गया है। नई पार्टी के गठन के साथ ही राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी तोड़जोड़ और ध्रुवीकरण तेज हाेने की संभावना है।
मीडिया कर्मियों से बात करते हुए सुखदेव सिंह ढींडसा ने शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल से दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को कोरोना और किसान संघर्ष के दौरान दान के रूप में आई राशि का विवरण मांगा है।
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