जालंधर : यहाँ 21 साल के युवक की मौत के मामले में आखिरकार परिजनों के धरने के बाद पुलिस को अपना फर्ज याद आ गया। पुलिस ने पहले इस मामले को कुदरती बताया था। इसके बाद परिजनाें ने पुलिस कमिश्नर (CP) ऑफिस के बाहर धरना दिया। परिजनों के इंसाफ मांगने की गूंज से अफसरों की किरकरी होते देख थाने के कर्मचारियों को अपना फर्ज याद आया। जिसके बाद अब अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। हालांकि पुलिस अभी तक किसी हत्यारे को पकड़ना तो दूर, उसकी पहचान तक नहीं कर पाई है।
भार्गव कैंप में वैष्णो माता मंदिर के नजदीक रहने वाले तिलकराज ने बताया कि वह घर में सर्जिकल का काम करते हैं। उनका बेटा मनीश कुमार उर्फ राहुल भी साथ में काम करता था। 16 अप्रैल को रात करीब साढ़े 8 बजे वह किसी को बिना कुछ बताए फोन सुनते हुए घर से बाहर चला गया। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। वह काफी तलाश करते रहे लेकिन जब कोई सुराग न लगा तो अगले दिन उन्होंने पुलिस के पास गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी।
इसके अगले दिन उन्हें पता चला कि उनके बेटे की लाश बल्टर्न पार्क से मिली है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा कोई नशा नहीं करता था और न ही किसी से उसकी कोई रंजिश दी। इस मामले में उस दिन भी उन्होंने पुलिस को यह बयान दिए थे, लेकिन पुलिस ने धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई कर मामला रफा-दफा कर दिया।