अमृतसर (संदीप ) : बैसाखी के पावन पर्व पर कोरोना व किसान आंदोलन का असर साफ दिख रहा है। कोविड प्रोटोकाल के कारण इस बार कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए हैं, लेकिन लोग गुरुद्वारों में माथा टेकने जरूर पहुंच रहे हैं। अमृतसर स्थित श्री हरिमंदिर साहिब में सुबह से ही श्रद्धालु नतमस्तक होने के लिए पहुंच रहे हैं।
श्री अकालतख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने खालसा साजना दिवस पर सिख संगत को बधाई दी है।उन्होंने बताया कि प्रत्येक साल यह त्योहार सारे विश्व में धूमधाम से मनाया जाता है। तख्त श्री दमदमा साहिब में 1706 में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने इस पर्व को श्रद्धा भावना से मनाया था। श्री अकालतख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने लोगों से अपील की है कि नशों का त्याग करें और गुरु बानी का सिमरन कर धार्मिक रूप से मजबूत बनें। उन्होंने बताया कि आज वैशाखी पर्व पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्री दरबार साहिब में माथा टेका और स्नान किया।
कोरोना प्रोटोकाल का असर भी गुरुद्वारों में दिखा। गुरुद्वारा प्रबंधकों द्वारा सेनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी और लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील की जा रही थी।
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