जालंधर : महानगर में चंडीगढ़ से हो रही स्काच व्हिस्की की तस्करी ने जालंधर के शराब ठेकेदारों को भी कीमतें कम करने को मजबूर कर डाला है। वीरवार से शुरू हुए नए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए जालंधर के ठेकेदारों ने शराब की कीमतों की घोषणा कर दी है। इसमें एक हजार से महंगी स्काच व्हिस्की के दामों में बीते वर्ष की तुलना में कटौती की गई है। शराब ठेकेदारों का कहना है कि चंडीगढ़ से शराब की तस्करी इतनी ज्यादा हो रही है कि ठेकों की बिक्री को प्रभावित कर रही थी। इस वजह से स्काच व्हिस्की की कीमतों को कम किया गया है।
वहीं गर्मी के इस मौसम में बीयर के शौकीन लोगों को अब जेब पर दबाव झेलना होगा। बीयर की कीमत बीते वर्ष की तुलना में 50 रुपये प्रति बोतल तक महंगी हो गई है। ठेकेदारों का तर्क है कि बीयर की सप्लाई पीछे से ही कुछ धीमी चल रही है, जिस वजह से उन्हें इसकी कीमत बढ़ानी पड़ी है। अगर सप्लाई बढ़ेगी तो फिर कीमत कम कर दी जाएगी। बीते वर्ष जालंधर में ही बीयर सबसे ज्यादा सस्ती मिल रही थी और 150 रुपये प्रति बोतल की कीमत पर उपलब्ध थी। बीते वर्ष की रेट लिस्ट के साथ शराब ठेकेदारों ने दावा किया है कि एक हजार रुपये तक की अंग्रेजी शराब की कीमत में पिछले वर्ष की तुलना में कोई बड़ी वृद्धि नहीं की गई है। 1000 से कम वाली शराब की कीमतों में 10 से 30 रुपये प्रति बोतल की मामूली वृद्धि की गई है। देसी शराब की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है।
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