चंडीगढ़ ( जय धीर ): पंजाब में कोरोना के रोजाना औसत 2500 मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर राज्य में कोरोना की स्थिति में अगले सप्ताह तक सुधार न हुआ तो सख्त बंदिशें लगाई जाएंगी। अगली समीक्षा बैठक आठ अप्रैल को की जाएगी।
वहीं केंद्र सरकार की ओर से कोरोना टेस्टिंग और पाजिटिव लोगों के एकांतवास को लेकर पंजाब पर लगाए गए लापरवाही के आरोपों पर पलटवार करते हुए कैप्टन ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने 45 साल तक के लोगों को टीका लगाने में दो महीने की देरी न की होती तो पंजाब में हालात बेहतर होते। पंजाब में कई पाबंदियां लागू हैैं और प्रभावित जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में रोजाना 40 हजार सैैंपलों की जांच की जा रही है। आरटीपीसीआर के जरिए 90 फीसद व आरएटी के जरिए 10 फीसद टेस्टिंग की जा रही है। प्रति 10 लाख के हिसाब से यह टेस्टिंग 1,96,667 तक पहुंच चुकी है जो राष्ट्रीय औसत 1,82,296 से ज्यादा है।
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