जालंधर : जानलेवा हो चुके कोरोना को देखते हुए सैंपलों की रिपोर्ट व इलाज में देरी पर अफसर जाग गए हैं। बुधवार को DC घनश्याम थोरी लाडोवाली रोड स्थित नार्दन रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेटरी (NRDDL) पहुंचे। उन्होंने कहा कि अब जिले के मरीजों के सैंपलों की जांच इसी लैब में होगी और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मिलेगी। इससे पॉजिटिव मरीजों को जल्दी आइसोलेट कर उनका इलाज शुरू किया जा सकेगा। वहीं, पॉजिटिव मरीज के कांटेक्ट भी जल्दी ट्रेस किए जा सकेंगे। इससे संक्रमण को फैलने से रोकने में बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी लैब के पास रोजाना एक हजार सैंपलों की जांच की सुविधा है, जिसे बढ़ाकर 1500 किया जाएगा।
अभी जिले के सैंपलों की टेस्टिंग बाहरी जिलों से कराई जा रही है। जहां से रिपोर्ट आने में 2 से 3 दिन का वक्त लग जाता है। ऐसे में संदिग्ध मरीज को न तो आइसोलेट किया जा सकता है और न ही उसका इलाज शुरू हो पाता है।इसके अलावा उसके कांटेक्ट में आए लोगों की भी जांच नहीं हो पाती। जब तक रिपोर्ट आती है, तब तक उनके जरिए दूसरों तक संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। अब अगर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट मिलेगी तो इन खतरों से निपटने में बड़ी मदद मिलेगी।
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