नई दिल्ली (सनी ): साल 2020 शेयर बाजारों के लिए बढ़ा उतार-चढ़ाव वाला रहा। पहले यूएस-चीन ट्रेड वॉर और फिर कोराना वायरस महामारी के चलते वैश्विक शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इसके बाद विभिन्न देशों द्वारा की गई राहत पैकेज की घोषणाओं से बाजार संभला, साल बीतते-बीतते तो कई शेयर बाजार रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। शेयर बाजार के निवेशकों के लिए पिछले साल कई शेयर ऐसे रहे, जिन्होंने निवेशकों को मालामाल कर दिया। इन्हीं में से एक है टेस्ला का शेयर।
एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयरों की कीमत में साल 2020 में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई। इस शेयर की कीमतें पिछले साल 700 फीसद से ज्यादा बढ़ गई। इसी की बदौलत टेस्ला दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी भी बन गई। जिन लोगों ने पिछले साल टेस्ला के शेयरों में निवेश किया, वे मालामाल हो गए।
टेस्ला के शेयर की कीमत की बात करें, तो जून 2010 में टेस्ला के शेयर केवल 17 डॉलर प्रति शेयर की कीमत पर बाज़ार में आए थे। वहीं, बीते हफ्ते कंपनी के शेयर की कीमत 650 डॉलर से ज्यादा हो चुकी है। वहीं, कई विशेषज्ञों का कहना है कि टेस्ला के शेयरों का परंपरागत मापदंडों के हिसाब से अधिक मूल्यांकन किया जा रहा है और नाटकीय तरीके से इसमें इजाफा हो रहा है।