नई दिल्ली (सनी ): कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन रविवार को भी 10वें दिन जारी है। इस बीच बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। शनिवार को किसान संगठनों और केंद्र के बीच बातचीत का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। किसानों के प्रदर्शन की वजह से दिल्ली-एनसीआर की सीमाओं में लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को किसानों ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया।
चिल्ला रेगुलेटर बार्डर पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (भानु ) से जुड़े सदस्यों ने नोएडा-दिल्ली के बीच होने वाली आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति को बाधित करने की चेतावनी दी है। धरने पर बैठें किसानों का कहना है केंद्र सरकार उनकी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। इसलिए अब उनके पास यही एक मात्र रहा है कि वह दिल्ली-नोएडा के प्रमुख बार्डर से होने वाली आवश्यक सेवा दूध, सब्जी, फल आदि की आपूर्ति को बाधित करके सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करें।
किसानों के आंदोलन को आम आदमी पार्टी (आप) लगातार समर्थन दे रही है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर कहा कि किसान सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार सुनने को तैयार नहीं है। केंद्र सरकार टालमटोल करने के बजाय किसानों की मांगों को पूरा करे। राय ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर अन्नदाता सड़कों पर रात गुजार रहे हैं, यह ठीक नहीं है।