जालंधर (अजय ): कोरोना महामारी के दूसरे फेज में बढ़ती मौतों ने जालंधर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। पिछले दो हफ्तों में मृत्यु दर में करीब एक प्रतिशत का इजाफा होने से अफसर हरकत में आ गए हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स से बातचीत के बाद डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने इसकी वजह बताई कि कोरोना के केस अब देरी से रिपोर्ट हो रहे हैं। चूंकि सर्दी का मौसम है और अगर किसी को खांसी-जुकाम, बुखार या इस तरह के कोई दूसरे कोरोना लक्षण आते हैं तो लोग उसे ठंड का असर मानकर नजरअंदाज कर रहे हैं।
ऐसे में वो तुरंत कोरोना का टेस्ट नहीं करवा रहे और जब तक टेस्ट होता है, तब तक इलाज के पहले तीन-चार दिन बीत चुका होता है। ऐसे में मरीज की जिंदगी को ज्यादा खतरा हो रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर किसी को नॉर्मल खांसी-जुकाम या बुखार जैसे लक्षण आ रहे हैं तो तुरंत कोरोना टेस्ट करवाएं। जो भी लोग कोरोना पॉजीटिव आएंगे, उन्हें होम आइसोलेशन के लिए पंजाब सरकार मुफ्त किट मुहैया करा रही है। इसमें दवाओं के साथ पल्स ऑक्सीमीटर भी दिया जाता है।
जालंधर में वर्तमान जानकारी :
कुल कोरोना पॉजीटिव केस- 17167
वर्तमान में एक्टिव केस- 1039
कोरोना से ठीक हुए मरीज- 15590
कोरोना से रिकवरी रेट- 91 प्रतिशत
कोरोना से जिले में मौतें- 538
कोरोना से मृत्यु दर- 3.13 प्रतिशत
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