नई दिल्ली (अक्षय ): भारत में वाहन के साथ बीमा लेना अनिवार्य होता है, जो ज्यादा से ज्यादा 1 साल के लिए मान्य होता है। हालांकि पहला बीमा कंपनी करा कर देती है, तो ग्राहक को इतना परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन अगले साल वाहन इंश्योरेंस के लिए मालिक लगातार वेबसाइट पर सस्ता बीमा खोजना शुरू कर देता है। कार बीमा प्रत्येक वर्ष के साथ अधिक महंगा हो रहा है, और किफायती के चक्कर में लोग अपनी गाड़ी की कुल वेल्यू, क्लेम आदि को नजरअंदाज कर देते हैं।
जब आप कार बीमा ऑनलाइन खरीदते हैं तो जल्दी नहीं करनी चाहिए। बीमा योजना चुनने से पहले आपको कुछ मापदंडों पर ध्यान देना चाहिए। उदाहरण के लिए, क्लेम सेटलमेंट रेशो, कीमत जो आपको चुकानी होगी, लाभ की गारंटी आदि। इन सब विषयो पर विचार करके ही इंश्योरेंस को चुनें।
जब आप बीमा पॉलिसी का चयन करते हैं तो स्मार्ट रहें। बीमा में दी गई सुविधाओं पर ध्यान दें कि कहीं पॉकेट-फ्रेंडली होने वाली बीमा योजना के लिए कंपनी आपके साथ धोखा ना कर दे। वाहन इंश्योरेंस आपकी आवश्यकताओं की सूची पर खरा उतराना चाहिए। एक व्यापक बीमा कवर में टक्कर और चोरी से लेकर आग और अन्य नुकसान तक सब कवर होता है।
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